उत्तराखंड में सोशल मीडिया पर अफ़वाहों की आग विरोधियों ने अपनाया एक और हंथकंडा
उत्तराखंड में सोशल मीडिया पर अफ़वाहों की आग विरोधियों ने अपनाया एक और हंथकंडा
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सोशल मीडिया पर फेक आग की फोटो |
- कोरोना के बीच कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर जंगलों की आग की अफवाह फैलाई जारही है
- कोरोना के बीच सरकार का विरोधी पक्ष रच रहा है बंद कमरों पर साजिश
- चीन की और चिली देश में लगी आग की झूठी 2016-17 की तस्वीरों को पोस्ट किया जा रहा है
- वन विभाग और पुलिस महकमा हुआ सख्त
- जानबूझकर कुछ न्यूज पोर्टल और फेसबुक पर फैलाई जा रही भ्रांमक खबरें
- अफवाह फैलाई तो जाना होगा जेल
(अशोक कुमार, महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड )
अशोक कुमार, महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड ने बताया कि चीन और चिली देश के जंगलों में लगी आग एवं वर्ष 2016 और 2017 की वनाग्नि की पुरानी तस्वीरों को सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिखाया जा रहा है कि उत्तराखंड के जंगलों में आग बढ़ती जा रही है, जो सत्य से एकदम परे है। कृपया ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें और ऐसी भ्रामक खबरों से सावधान रहें। ऐसी भ्रामक और असत्य खबरों को सोशल मीडिया में प्रचारित/प्रसारित करने वालों के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कर कठोर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी
Aise logo ko turant jail main daalna chahiye