उत्तराखंड से ऐसी वैसी दोस्ती नही, ये नम्बर वन यारी है।
उत्तराखंड से ऐसी वैसी दोस्ती नही, ये नम्बर वन यारी है।
19 सितंबर शाम 7 बजे एडवरटाइजिंग की दुनिया के सबसे बड़े नामों में एक सोनाल डबराल बींग उत्तराखंडी नाम के सोशल प्लेटफार्म से लाईव आये और दिल खोल कर बाते की। ये पहला मौका था जब सोनाल किसी उत्तराखंडी प्लेटफॉर्म पर अपने मन की बात कर रहे थे। वॉक्सवैगन, आईपीएल, कैडबरी, केस्ट्रोल, ब्रुकबोंड रेडलेबल, हिंदुस्तान यूनिलीवर, फेविकोल और ना जाने ऐसे कितने बड़े एड सोनाल ने बनाये है। सोनाल को दुनिया के सबसे बेहतरीन एडमेकर में माना जाता है। मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के तिमली के रहने वाले सोनाल बहुत छोटी उम्र में अपने पिता जी के देहांत के बाद अपनी नानी के घर आगरा आ गए थे। सोनाल ने कहा क्रिएटिविटी उन्हें विरासत में मिली है। उन्होंने बताया कि उनके दादा और चाचा जी काफी अच्छी पेंटिंग बनाते थे।
सोनाल ने बताया संघर्षों से मुस्कुराते हुए लड़ना उन्हें उनकी माता जी स्व त्रिवेणी डबराल जी ने सिखाया। उन्होंने के कहा कि बचपन आभाव में होने के बाद भी उनकी माता जी ने सभी बच्चों को इस लायक बनाया की सभी अपने अपने क्षेत्र में अच्छे स्तर पर है। अपने आगरा के घर जिसको शेरों वाली कोठी कहते थे वँहा उन्होंने जिंदगी को बड़े करीब से देखा। आगरा के अपने स्कूल के पास मिलने वाले बंद समोसे को सोनाल ने याद करते हुए कहा कि ऐसा स्वाद उन्हें दुनिया की किसी और चीज़ में नही मिला।
जो युवा एडवरटाइजिंग में आना चाहते है उनके लिए सोनाल ने कहा ने कहा कि सफलता का सिर्फ एक ही मंत्र की मेहनत से कभी पीछे मत हटना।
उत्तराखंड और आगरा को याद करते हुए सोनाल ने अपने एड की लाईन याद करते हुए कहा कि ये ऐसी वैसी दोस्ती नही नम्बर वन यारी है।