प्रसिद्ध लोक गायिका माया उपाध्याय को संस्कृति को विश्व पटल पर पहुंचाने के लिए मिला तीलू रौतेली पुरस्कार
- मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वर्चुअल माध्यम से किया तीलु रौतेली पुरुस्कार का वितरण
- कोरोना संक्रमण के चलते लिया गया ये बड़ा फैसला
- उत्तराखंड की प्रसिद्ध गायिका माया उपाध्याय को मिला तीलू रौतेली पुरस्कार
- देश विदेश के मंचों पर माया ने बढाया उत्तराखंड की संस्कृति का गौरव
- सामाजिक क्षेत्र में कंचन भंडारी को मिला तीलू रौतेली पुरस्कार
उत्तराखंड सरकार द्वारा तीलू रौतेली पुरस्कार से नैनीताल जिले की दो कर्मशील कर्मठ महिलाओं को सम्मानित किया गया है। जिसमें प्रसिद्ध लोक लोक गायिका माया उपाध्याय और सामाजिक कार्यकर्ता कंचन भंडारी . इन दोनों महिलाओं को आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा वर्चुअल माध्यम से तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है.. उत्तराखंड की लोक संस्कृति और लोक कला को विश्व पटल पर पहचान दिलाने वाली लोक गायिका माया उपाध्याय को तीलू रौतेली सम्मान से नवाजने के फैसले का स्वागत करते हुए माया उपाध्याय ने कहा की नारी शक्ति को आगे बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा तीलू रौतेली पुरस्कार दिए जाने का वो स्वागत और अभिनंदन करती हैं।
कंचन भंडारी पिछले 30 सालों से समाज में महिलाओं के साथ हो रहे शोषण अत्याचार और गैर बराबरी की लड़ाई को लड़ रही है, उनका कहना है कि समाज में कार्य करते हुए आज एक ऐसी वीरांगना महिला के नाम से उन्हें सम्मान मिला है जिसने महिलाओं के स्वाभिमान को ऊंचा किया है तीलू रौतेली पुरस्कार मिलना उनके लिए सबसे बड़े गर्व की बात है। और वह आगे भी अपने जीवन में महिलाओं के उत्थान और उनके शोषण के खिलाफ सामाजिक कार्य में बढ़-चढ़कर भागीदारी करेंगी।
प्रसिद्ध लोक गायिका माया उपाध्याय जी को तीलू रौतेली पुरुस्कार मिलने पर रैबार पहाड़ की पूरी टीम की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई