मत घूमो बाहर तुमको मिलने कोरोना आजायेगा-आयुष सेमवाल की कविता

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फाइल फोटो-युवा कवि आयुष सेमवाल , रूद्रप्रयाग



मत घूमो बाहर  तुमसे मिलने कोरोना आजाएगा. 
करके दोस्ती तुमसे वह तुम्हारे घर चला जाएगा.
 मत घूमो बाहर तुमसे मिलने कोरोना आजाएगा.

 नहीं इसकी कोई दवाई चाइना ने यह बीमारी बनाई. 
आदेशों का पालन करो सरकार ने अच्छी फील्डिंग  बिछाई.
 मत घूमो बाहर  तुमसे मिलने कोरोना आ जाएगा.

 सरकार शासन प्रशासन लड़ने को है इससे तैयार.
 घर में रहकर आप दो घर वालों को प्यार दुलार.
 मत घूमो बाहर तुमसे मिलने कोरोना आ जाएगा.

 कुछ समय के लिए अपनी आदतों को बदलना पड़ेगा.
 तभी तो कोरोना को भारत की ओर से थप्पड़ पड़ेगा.
 मत घूमो बहार  तुमसे मिलने कोरोना आ जाएगा.

 बिन आपके सरकार कैसे इस बीमारी के थप्पड़ जड़ेगी. 
 दिल से दो साथ यारों इसमें तो आपकी जरूरत पड़ेगी.
 मत घूमो बाहार  तुमसे मिलने कोरोना आ जाएगा.

 सबसे पहले हम करेंगे कोरोना साफ ये हमें दिखलाना है.
 हम हैं विश्वगुरु पूरी दुनिया को हमें यह बताना है.
 मत घूमो बाहर  तुमसे मिलने कोरोना आ जाएगा..
आपका अपना 

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