मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का जनहित में बड़ा फैसला कोरोना की जांच हुई सस्ती प्राइवेट और सरकारी लैब के ये रेट हुए तय-देखें पूरी खबर
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक अब ICMR द्वारा मान्यता प्राप्त प्राइवेट लैब कोरोना की टेस्टिंग के लिए 4500 रुपए या इससे ज्यादा मनमानी रकम नहीं वसूल सकेंगे। अगर किसी सरकारी अस्पताल द्वारा कोरोना संदिग्ध का सैम्पल प्राइवेट लैब में भेजा जाता है तो पेशेंट से 2000 रुपये चार्ज लिया जा सकेगा। सैम्पल को लैब तक सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी सैम्पल लेने वाले डॉक्टरों की होगी।
अगर निजी लैब के कर्मचारी खुद सैम्पल इकट्ठा करने संदिग्ध मरीज के घर जाते हैं तो पिकअप, पैकिंग और ट्रांसपोर्टेशन चार्ज जोड़कर मरीज से 2400 रुपये ले सकते हैं।
निजी लैब की टेस्टिंग फीस घटाकर त्रिवेंद्र सरकार ने लोगों को बड़ी राहत दी है। इस फैसले से जहां आम लोगों को राहत मिलेगी, वहीं टेस्टिंग की दर में भी इजाफा होगा। सरकारी अस्पतालों में टेस्टिंग का बोझ कम होगा और जो सैम्पल पेंडिंग पड़े हैं उनकी जांच में तेजी आएगी।
साभार उत्तराखंड रैबार