चकरेड़ा के कीर्ती ने विदेश में हजारों का रोजगार छोड़ा.... घर में अपना रोजगार जोड़ा..चार और लोगों को दिया रोजगार (कीर्ति लाल अपनी फैक्ट्री ...

चकरेड़ा के कीर्ती ने विदेश में हजारों का रोजगार छोड़ा.... घर में अपना रोजगार जोड़ा..चार और लोगों को दिया रोजगार
(कीर्ति लाल अपनी फैक्ट्री में अपने पिता के साथ)
नीलम कैन्तुरा(रैबार पहाड़ का)
- पिता आषाढू लाल से ली कीर्ति लाल ने प्रेरेणा
- आपदा को अवसर में बदला टिहरी घनसाली चकरेड़ा के कीर्ति लाल ने
- विदेश की नोकरी छोड़ी... घर में रोजी रोटी जोड़ी
- हिल हिल्स के नाम से शुरु की कीर्ति लाल ने हवाई स्लीपर की फैकट्री
- कोरोना में शुरु किया अपना काम
- आत्मनिर्भर भारत के लिए लिया संकल्प
- स्थानीय लोग और सरकार हमारा सपोर्ट करें कीर्ति
- चार लोगों को घर पर दिया दिया रोजगार
- 1हजार जोड़ी हवाई चप्पल हैं तैयार-500 जोड़ी बिकी हाथों- हाथ
- लोकल टू वोकल का सभी करें स्पोर्ट-कीर्ति लाल
- कीर्ति लाल को रैबार पहाड़ की तरह से बहुत बहुत बधाई
घनसाली—कोरोना महामारी में इंसान ने सिर्फ खोया खोया नही बल्कि कुछ पाया भी है। इस महामारी में इंसान ने अपने खाने रहने और जीने का तरिका बदला है और कई लोगों ने नोकरी को त्यागकर खुद आत्म निर्भर बनने की कोशिश की है। इन्हें में एक नाम है जनपद टिहरी गढ़वाल के घनसाली के चकरेड़ा निवासी कीर्ति लाल ने पढ़ाई लिखाई के बाद अपनी आजिविका के लिए शहरों का रुख किया जहां उन्होंने 18 से 19 साल तक दिल्ली-मुंबई व विदेश में कई होटलों में काम किया और जब पूरे देश में कोरोना की वजह से लॉक डॉउन हुआ तो तब कीर्ति विदेश से नोकरी छोड़कर अपने गांव आए और उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत (लोकल टू वोकल ) के तहत अपने घर में अपना स्वरोजगार जोड़ा और घर में ही एक स्लीफर की फैकट्री लगाई जिसमें कीर्ती ने और चार लोगों को रोजगार दिया। कीर्ति लाल का कहना है कि मेरा बचपन से सपना था की मैं अपनी थाती माटी के लिए कुछ कर सकूं और अपनी जन्मभूमि को में कर्मभूमि बना बनाऊं.. और नोकरी करने की वजाय में नोकरी देने वाला बन सकू .. आज कीर्ति लाल जैसे कई युवकों ने इस कोरोनाकाल में अपने आपको आत्म निर्भर बनाया और पहाड़ के युवाओं के लिए प्रेरेणा सरोत्र बने। उनका कहना है की स्थानीय लोग भी हमारा हमारे प्रोडक्ट को खरीदकर हमारा मनोबल बढ़ाएं और लोकल टू भोकल को सपोर्ट करें । जिससे क्षेत्र में और लोगों को भी हम रोजगार दे सकेंगे ।
(आपने भी किया कोरोना में कोई स्वरोजगार शुरू तो हमें भेजें अपनी खबर -वटसप नंबर-8126000289 पर हम करेंगे प्रकाशित)
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