ऐसी होती रही कोरोना जांच और गांव गांव पहुंच गया कोरोना-देखिए वीडियो

 ऐसी होती रही कोरोना जांच और गांव गांव पहुंच गया कोरोना-देखिए वीडियो

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नीरज गोयल /ऋषिकेश

     (पहला वीडियो देखें कैसे हो रही जांच)

ऋषिकेश- शहरों के बाद पहाड़ों पर लगातार कोरोना संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है। इसको लेकर प्रशासन की मुश्किलें काफी बढ़ गई है। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते पहाड़ों पर संक्रमण तेजी से फैला है। वहीं  ऋषिकेश क्षेत्र में जितने भी कोविड-19 सेंटर बनाए गए हैं.. वहां पर भारी मात्रा में अलग-अलग  राज्यों से प्रवासी लोग अपने अपने घरों की तरह पहाड़ पर लौट रहे हैं। बूथ पर जब उनसे नेगेटिव रिपोर्ट मांगी जाती है तो उनके द्वारा नहीं दिखाई जा रही है ।जिस के बाद मौके पर ही बूथ में टेस्ट हो रहा है। 

  (हरे इसको तोड़ फिर जांच होगी ऐसी करनी जांच- अंनट्रेन जांचकर्ता)

लेकिन प्रत्येक बूथ पर काफी कम मात्रा में किट उपलब्ध हैं.. जो जल्द ही खत्म हो जाती है। इसी को देखते हुए आज हमारी टीम ने जब ऋषिकेश आसपास के बूथों का दौरा किया तो ।ऋषिकेश भद्रकाली पर बूथ कैंप पर जो कर्मचारी बैठे थे। वे टेस्टिंग कर रहे थे ।

     (  स्वास्थ्य कर्मचारी मीडियाा को जानकारी देतेेे हुए भद्रकाली
बूथ पर)

जब हमने कैमरा ऑन किया तो देखा कि कुछ कर्मचारियों को तो टेस्ट करना ही नहीं आ रहा था। आनन-फानन में किट के द्वारा टेस्ट किया जा रहा था। जबकि उन्हें टेस्ट करना ही नहीं आ रहा था। दूसरे कर्मचारी द्वारा बताया गया कि इसको काटना पड़ता है तब उन्होंने सीख को काटा और दवाई की शीशी का ढक्कन बिना खोले ही कांच की नली में ऐसे दिखा रहे थे कि जैसे टेस्ट किया जा रहा है ।

                 (डॉ योगिता ऋषिकेश, लक्ष्मण झूला) 

लेकिन जब कैमरे में यह सब रिकॉर्ड हो गया तो वह अपनी सफाई देने लगे ,इसके बाद हमारी टीम जब गरुड़ चट्टी पुल लक्ष्मण झूला पहुंची तो वहां पर तैनात डॉक्टरों ने बताया कि पहाड़ों पर जाने वाले जितने भी लोग हैं उनका यहां पर सैंपल लिया जाता है। यहां पर टेस्टिंग किट उपलब्ध नहीं है। सैंपल लेकर लैब में भेजा जाता है। जब हमने पूछा कि जो लोग पहाड़ पर जा रहे हैं उनका यहां पर टेस्ट करने के बाद क्या किया जाता है। तो उन्होंने काम का नंबर ले करके उनको आगे भेज दिया जाता है 48 घंटे बाद जब रिपोर्ट आती है तो उन को सूचित किया जाता है। यानी स्वास्थ्य विभाग द्वारा लापरवाही के चलते ही पहाड़ों पर करुणा संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है और लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं ।कहीं ना कहीं बूथ पर तैनात कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठते हुए दिखाई दे रहे हैं। 


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