रामरतन. सिंह पवांर/जखोली

नरकोटा:सरकारी महकमे के मुंह पर जोरदार तमाचा

आपदा मे ध्वस्त हुआ था गांव का मुख्य मार्ग, ग्रामीणों ने श्रमदान कर खोला

जिलाधिकारी आये आश्वाशन दिया चले गए, पर कई दिनों बाद भी नहीं हुई कार्यवाही
कोरोना महामारी को देखते अलग अलग ग्रुप बना कर किया कार्य
रुद्रप्रयाग। जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गांव नरकोटा के ग्रामीणों ने सरकारी महकमे को आईना ही नही दिखाया, बल्कि मुंह पर करारा तमाचा भी मार दिया। बता दे कि विगत दिनो आपदा से ध्वस्त हुए गांव के मुख्य मार्ग को खोलने के लिए प्रशासन ने दावा तो किया लेकिन प्रशासन का दावा धरा का ही धरा रह गया,आपदा से क्षतिग्रस्त मार्ग को खोलने हेतू जब प्रशासन ने कोई कार्यवाही नही की तो ग्रामीणों ने खुद ही श्रमदान करके क्षतिग्रस्त मार्ग को खोल कर प्रशासन को आइना दिखा दिया वही इस दौरान कोरोना महामारी से बचाव का भी पुरा ध्यान रखा गया।
दरअसल नरकोटा गांव मे चार अलग अलग जगह बादल फटने की घटनाएं हुई थी। लेकिन सबसे अधिक नुकसान सैंण तोक को हुआ था। वही इसी जगह पर गाँव का मुख्य दुपहिया वाहन मार्ग भी कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया था। इस बीच गांव मे जिलाधिकारी मनुज गोयल का भी दौरा हुआ। ग्रामीणों मे नुकसान की भरपाई के साथ ही, गांव के मुख्य सम्पर्क मार्ग को खोलने की मांग प्रमुखता से रखी। जिस पर जिलाधिकारी से आश्वाशन भी मिला।
जब कई दिन बीत गए और सरकारी स्तर से कोई कार्यवाही नही हुई तो, फिर ग्रामीणों मे खुद ही श्रम दान कर मार्ग को खोलने का निर्णय लिया। इस बीच कोरोना महामारी का खतरा भी था। ऐसे दो दिन अलग अलग शिफ्ट मे काम किया गया। जिसके बाद मार्ग को खोला गया।
श्रमदान करने वाले ग्रामीण पूर्व प्रधान भगवती प्रसाद सिलौड़ी, संदीप भट्टकोटी, गोविद् राणा, सूर्या प्रकाश भट्टकोटी, प्रदीप सिलोडी, कुलदीप सिलोडी, विकाश सिलोडी, अमित भट्टकोटी, गौरव सिलोडी व पुष्पानंद आदि शामिल थे।