- कोटेश्वर में किया जायेगा अस्थायी 150 बैड का जर्मन हैंगर का निर्माण
- चिकित्सालय में स्थापित होंगे 40 नग ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर
- रात्रि भोजन के लिए माधवाश्रम अस्पताल की कैंटीन सुचारू करने के निर्देश


रुद्रप्रयाग। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन सतर्क है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। इसके लिए कोटेश्वर स्थित माधवाश्रम अस्पताल में 150 बैड का अस्थायी जर्मन हैंगर से निर्मित अस्पताल का निर्माण किया जायेगा। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण से बढ़ते मरीजों के उपचार में आॅक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित किये जाने के लिए 40 नग ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर माधवाश्रम चिकित्सालय में स्थापित किये जा चुके हैं, जिससे ऑक्सीजन की आवश्यकता मरीजों को सुनिश्चित करायी जा सके तथा उनका जीवन बचाया जा सके।
बता दें कि पिछले वर्ष भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोटेश्वर स्थित माधवाश्रम अस्पताल में अस्थायी जर्मन हैंगर से निर्मित अस्पताल का निर्माण किया गया था, जिससे मरीजों को काफी राहत मिली थी। ऐसे में इस बार भी कोटेश्वर अस्पताल की जमीन पर जर्मन हैंगर का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए जिलाधिकारी मनुज गोयल ने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की समस्या आने पर मामला उनके संज्ञान में लाया जाय, ताकि उन समस्याओं का जल्द निराकरण किया जा सके। साथ ही जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारी खाद्यान्न को सुबह, दोपहर तथा रात्रि भोजन की व्यवस्था के लिए माधवाश्रम की कैंटीन सुचारू करने के निर्देश दिए गए। भोजन के संबंध में आ रही शिकायतों का भी तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए गए। साथ ही जिलाधिकारी द्वारा मरीजों को फल, दूध इत्यादि पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इसके लिए सतर्कता बरतने के जरूरत है। इसलिए यह जरूरी है कि कोरोना वायरस से सम्बन्धित लक्षण यदि किसी भी व्यक्ति में पाये जाते हैं तो उसे प्राथमिकता के आधार पर आइसोलेशन वार्ड में रखा जाय। वहीं कोविड-19 से ग्रसित मरीजों के उपचार को लेकर माधवाश्रम चिकित्सालय कोटेश्वर रुद्रप्रयाग में कोविड केयर सेन्टर स्थापित किया गया है। कोरोना संक्रमण से बढ़ते मरीजों के उपचार में आॅक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित किये जाने के लिए 40 नग ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर माधवाश्रम चिकित्सालय में स्थापित कराये जा रहे हैं, जिससे आॅक्सीजन की आवश्यकता मरीजों को सुनिश्चित करायी जा सके और उनका जीवन बचाया जा सके। ऐसे में अब जिले में कोरोना मरीजों को अब आॅक्सीजन की कमी नहीं होगी। साथ ही सीएसआर मद के तहत स्वास्थ्य सुविधायें सुदृढ़ किए जाने के लिए पहल भी की जा रही है।