अब उत्तराखंड में नहीं मिलेगी ह्रदय रोगियों को फोर्टिस अस्पताल की सेवा -अनुबंध हुआ खत्म


भानु प्रकाश नेगी,देहरादून

साल 2011 से कोरोनेशन अस्पताल में चल रहे Fortis अस्पताल का राज्य सरकार से 10 साल का अनुबंध समाप्त हो गया है जिससे अब फोर्टिस अस्पताल ह्रदय के मरीजों को सेवा नहीं दे पाएगा ।
फोर्टिस अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि, राज्य सरकार से पिछले कई दिनों से अनुबंध को अगले 10 साल तक बढ़ाने की बात चल रही थी लेकिन राज्य सरकार ने इस पर सहमति नहीं दी।क्योंकि हृदय रोगों में प्रयोग होने वाली मशीनेंं काफी महंगी होती है इसे कम समय के लिए स्थापित नहीं किया जा सकता है ,इसलिए कम से कम 10 साल का अनुबंध आवश्यक है। राज्य सरकार के साथ पीपीपी मोड पर चल रहे हो इस अस्पताल में प्रदेश के बीपीएल कार्ड धारकों को निशुल्क ह्रदय रोग की सुविधा प्रदान की जा रही थी, साथ ही अन्य वर्ग के लोगों को भी ह्रदय रोग की जांच व ऑपरेशन अन्य अस्पतालों की तुलना में काफी कम रेट कििये जा रहे थे, लेकिन अब राज्य सरकार इसे स्वयं संचालित चाहती है। सूत्रों की माने तो राज्य सरकार इसे मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल में तब्दील करना चाहती है । फोर्टिज अस्पताल के राज्य सरकार के साथ अनुबंध समाप्त होने से गरीब और जरूरत मंद लोगों को हृदय रोग के इलाज के लिए अब दर-दर भटकना पड़ेगा पड़ सकता है।