विशेष प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण ने की विभागीय कार्य कलापों की समीक्षा।

राज्य की खेल नीति के अनुरूप नीतियों से सम्बन्धित गाइड लाइन शीघ्रता से की जाय निर्गत।

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राज्य के बड़े खेल स्टेडियमों का हो बेहतर प्रबंधन।

खेल विश्व विद्यालय के लिये भूमि चयन के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं पर हो समयबद्ध कार्यवाही।

विशेष प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं खेल तथा युवा कल्याण अभिनव कुमार ने सोमवार को सचिवालय में खेल एवं युवा कल्याण विभागों की समीक्षा की।

उन्होंने निर्देश दिये कि राज्य की खेल नीति के अनुरूप नीतियों एवं दिशा निर्देशों से सम्बन्धित शासनादेश शीघ्र निर्गत किये जाय ताकि खेल नीति से युवा खिलाड़ी लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य के बड़े स्टेडियमों के साथ ही निर्माणाधीन स्टेडियमों का बेहतर उपयोग किस प्रकार हो इसकी भी कार्ययोजना तैयार की जाय। स्टेडियमों के बेहतर प्रबंधन से खिलाड़ियों को भी सुविधा होगी, इसके लिये पी.पी.पी. मोड की भी संभावना तलाशी जाय। विशेष प्रमुख सचिव ने राज्य में स्थापित होने वाले खेल विश्व विद्यालय के लिये भूमि के चयन में शीघ्रता करने के भी निर्देश दिये, साथ ही विश्व विद्यालय की स्थापना से सम्बन्धित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं एवं प्रक्रियाओं पर भी कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा।

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बैठक में अपर सचिव एवं निदेशक खेल तथा युवा कल्याण गिरधारी सिंह रावत, अपर निदेशक युवा कल्याण आर.सी. डिमरी, संयुक्त निदेशक खेल डॉ धर्मेन्द्र भट्ट, अजय अग्रवाल, उप सचिव धीरेन्द्र कुमार सिंह के साथ ही अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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