Big breaking:अंतर्राष्ट्रीय योग केंद्र को लेकर विदेशियों का दौरा

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डॉ.वीरेंद्रसिंह बर्त्वाल
,वरिष्ठ पत्रकार

केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, देवप्रयाग में तीन देशों के योग विशेषज्ञ

देवप्रयाग। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में खुल रहे अंतर्राष्ट्रीय योग केन्द्र के दृष्टिगत तीन देशों के योग विशेषज्ञों ने परिसर का दौरा कर निदेशक को अनेक सुझाव दिए। शिष्टमंडल ने देवप्रयाग को योग के लिए मुफीद स्थान बताते हुए संभावना जतायी कि यहां विदेश के भी विद्यार्थी योग सीखने आ सकते हैं। योग विशेषज्ञों ने कहा कि भारतीय प्राचीन ज्ञान आधारित योग की विदेश में बहुत अहमियत है और वहां के लोग शारीरिक-मानसिक सुख-शांति के लिए इस योग के दीवाने हैं।
हांगकांग, सिंगापुर तथा नीदरलैंड का दस दिवसीय शिष्टमंडल इन दिनों भारत के दौरे पर है। ये लोग विभिन्न महत्त्वपूर्ण संस्थानों का भ्रमण कर रहे हैं। श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में शीघ्र ही बीएससी योगिक साइंस और योग में पीजी डिप्लोमा जैसे रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू हो रहे हैं। यहां इंटरनेशनल योग सेंटर भी खुल रहा है। इस केन्द्र के मद्देनजर निदेशक प्रो.पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने विदेश के इन योग विशेषज्ञों को परिसर मंे आमंत्रित कर उनसे महत्त्वपूर्ण परामर्श किया। योग विशेषज्ञों ने वार्ता में बताया किया भारतीय योग की विदेश में धूम है। वहां के विद्यार्थी यहां को योग सीखने को लालायित हैं। भारतीय योग में भारत की संस्कृति की भीनी सुगन्ध होने के कारण इसके अनेक शारीरिक और मानसिक लाभ हैं। देवप्रयाग का निर्मल वातावरण और स्वच्छ आबोहवा योग सेंटर और कोर्स के लिए अनुकूल है। विदेशी छात्रों को इस सेंटर में बुलाने के लिए प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत के अनेक छात्र भारत में योग के कोर्स कर विदेश के अनेक संस्थानों में योग का प्रशिक्षण दे रहे हैं। निदेशक प्रो.सुब्रह्मण्यम ने कहा कि परिसर में योग केन्द्र और कोर्स खुलने से उत्तराखण्ड के विद्यार्थियों को विशेष लाभ होगा। विश्वविद्यालय का उद्देश्य संस्कृत शिक्षा को रोजगार उत्पादक बनाना है, ताकि अधिक से अधिक लोग इससे जुड़ें और इस भाषा का प्रचार-प्रसार भी हो सके।
परिसर पहुंचने पर शिष्टमंडल का भारतीय संस्कृति और परम्परानुसार स्वागत किया गया। शिष्टमंडल ने सम्पूर्ण परिसर का भ्रमण कर प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लिया। शिष्टमंडल में जेनी हो, जेसिका ली, कोस चैन, एलिएने चुंग, हेनरी मा, समान्था वांेग, लीनी लीव आदि के साथ ही एक भारतीय योग प्रशिक्षक अर्जुन जंगेला भी शामिल थे। इस अवसर पर आईक्यूएसी के संयोजक डॉ.सच्चिदानंद स्नेही, योग प्राध्यापक डॉ. सुधांशु वर्मा, डॉ. अवधेश बिजल्वाण, नवीन डोबरियाल आदि उपस्थित थे।

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