लोक निर्माण विभाग की बड़ी लापरवाही, 20 सालों से अधर में लटके सड़क निर्माण के काम को ग्रामीण पूरा करने को मजबूर
उत्तराखंड में अक्सर लोक निर्माण विभाग और ठेकेदारों की लापरवाही के चलते सड़कों की स्थिति बेहद खराब रहती है। नरेंद्रनगर की पट्टी दोगी में भी विभाग की लापरवाही के चलते सड़क निर्माण कार्य ठप पड़ा है। जिससे क्षेत्र के लोगों की दिक्कतें और भी बढ़ गई हैं। लिहाजा ग्रामीण अब खुद से ही सड़क निर्माण करने के लिए मजबूर हो गए हैं।
बता दें कि नरेंद्रनगर विधानसभा की पट्टी दोगी एक पिछड़ा क्षेत्र है जिसे यातायात से जोड़ने के लिए वर्ष 2001-02 में गूलर-सालब-बग्वासेरा से घेराधार तक 23 किलोमीटर मोटर मार्ग की स्वीकृत मिली थी। लेकिन कछुआ चाल से निर्माणाधीन यह मोटर मार्ग 19-20 बरसों में अभी तक मात्र 10 किलोमीटर ही काटी जा सकी है। वहीं जो 10 किलोमीटर तक प्रारंभिक कटिंग हो चुकी है, उसमें भी कई खामियां हैं। जगह-जगह पुश्ते ढह गये हैं। बैंड इतने खतरनाक हैं कि छोटे वाहनों को मोड़ पर बैक कर आगे बढ़ाया जा रहा है। इतना ही नहीं दो जगहों पर इस सड़क के पहाड़ को लगभग 290 मीटर तक गलत काटा गया है। उधर, पहाड़ का कटान बीच में छोड़ दिया दया है। जिससे क्षेत्र के लोगों की दिक्कतें और भी बढ़ गई हैं। बता दें कि पट्टी दोगी से सालब गाँव तक 300 मीटर चट्टान और पथरीला रास्ता है, हाल ही में चट्टान से गिरकर एक खच्चर की मौत हो चुकी है।
यदि यहां सड़क निर्माण के दौरान पहाड़ कटान का काम 300 मीटर और सालब गांव तक काटी जाती तो सालब, दुबल्याण,मंज्याड़ी सहित आधा दर्जन गांव अबतक आंशिक रूप से लाभान्वित हो रहे होते।
अब ग्रामीण जंगल में ठप पड़ी निर्माणाधीन सड़क से आगे सालब गांव तक पहुंचाने के लिए श्रमदान व मनरेगा के अंतर्गत 300 मीटर पैदल/खच्चर मार्ग निर्माण में जुटे हैं। वहीं ग्रामीणों की मांग है कि सड़क का निर्माण घेराधार तक किया जाए ताकि यह क्षेत्र यातायात से जुड़ सके। इसके साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि लोक निर्माण विभाग जल्द सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं करता है तो क्षेत्र के लोग जन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे