बुआ ने शुरु किया बच्चों के लिए डिजिटल आंगनबाड़ी केंद्र ,जानिए किस तरह होगा हाईटेक, देखें वीडियो

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आज डिजिटल भारत के सन्दर्भ में एक अभिनव प्रयास के तहत स्मार्ट डिजिटल आंगनबाड़ी केन्द्र झाझरा के शुभारंभ के साथ प्री स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस केन्द्र के कार्मिकों को मुम्बई के प्रशिक्षकों के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया जिससे केन्द्र के बच्चों को डिजिटल दुनिया में प्रवेश करवाया जा रहा है, जिसमें बच्चों के लिए कई अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की जा रही है

1. डिजिटल अवसंरचनाओं से परिपूर्ण आंगनबाड़ी केन्द्र की स्थापना के तहत स्मार्ट एल०ई०डी० स्क्रीन के माध्यम से बच्चों की स्कूल पूर्व शिक्षा के साथ सुरक्षा हेतु सी०सी०टी०वी० के माध्यम से ऑनलाइन निगरानी सुनिश्चित की गयी है।

रेेेेखा आर्य, कैबिनेट मंत्री

2. इलैक्ट्रानिक पाठ्य सामग्री के साथ बच्चों की सुरक्षा की निगरानी सुनिश्चित की गयी है।

3. आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को सरल एवं सुविधाजनक रूप में डिजिटल पाठ्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु पोर्टल एवं एप्पयुक्त कम्प्युटर प्रदान किया गया है।

4. बच्चों के लिए निर्बाधित शिक्षा सुनिश्चित हो इसके लिए वैकल्पिक ऊर्जा द्वारा 24 घण्टे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की गयी है।

5. बच्चों के लिए खेल-खेल में सीखने की क्षमता विकसित करने हेतु खिलौने और पाठ्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है। डिजिटल आंगनबाड़ी की संकल्पना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता एवं प्रतिबद्धताओं में शामिल है। इससे भविष्य में समाज को निश्चित रूप से दूरगामी लाभ मिलेगा तथा इस कार्यक्रम को आम जन मानस तक पहुंचनाने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी के अभिनव प्रयास सराहनीय है तथा प्रत्येक आंगनबाड़ी में डिजिटल माध्यम से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कई प्रयास जारी है –

1. प्रधानमंत्री जी के अथक अभिनव सार्थक प्रयास ही है, जो आज भारत के राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में आंगनबाड़ी के माध्यम से स्कूल पूर्व शिक्षा में सही प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को डिजिटल रूप में संचालन पर विशेष बल दिया गया है।

2. चूंकि एक बच्चे की भावनात्मक संज्ञात्मक और शारीरिक जरूरतों का समग्र विकास से ही उसको आत्मनिर्भर नागरिक बनने के साथ आजीवन सीखने की क्षमता का विकास होता है।

3. यह भी सर्वविधित है कि विकासपरक स्कूल पूर्व शिक्षा ही मजबूत प्राथमिक शिक्षा की बुनियाद है।

4.लैंगिंग समानता, सामाजिक एकजुटता सुनिश्चित किया जाना संभव है और यह भविष्य के लिए सर्वोत्तम निवेश है।

5. स्कूल पूर्व शिक्षा वंचित बच्चों के लिए शैक्षिक असमानता के कारण होने वाले भेदभावो को कम कर बच्चों में होने वाले उत्पीड़न से सुरक्षा कर सुरक्षित वातावरण में प्रत्येक बच्चे सुनहने भविष्य की ओर अग्रसर होने में मदद करता है।

आज इस डिजिटल आंगनबाड़ी केन्द्र का अध्याय डिजिटल भारत के पन्नों में जुड़ गया है। तथा मुझे पूर्ण विश्वास है इस आंगनबाड़ी केन्द्र के आस-पास के समस्त बच्चों का इस अभिनव पहल में डिजिटल आंगनबाड़ी में सभी बच्चों की शत्-प्रतिशत् उपस्थिति दर्ज हो तथा इनके सर्वागीण विकास, उज्जवल एवं सफल भविष्य की कामनाओं के साथ अभिभावकों के आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों से तालमेल की पूर्ण आशा है। डिजिटल आंगनबाड़ी के माध्यम से बच्चों को स्कूल पूर्व प्राथमिक शिक्षा के साथ-साथ खेल-कूद एवं उनके सर्वांगीण मानसिक विकास के लिए नये-नये वीडियों दिखाया जायेगा। वही इस मौके पर मंत्री रेखा आर्य, सचिव हरिचंद्र सेमवाल, डिप्टी डायरेक्टर एसके सिंह,जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र, सीईओ एम्पेरसेंड समूह विनेश मेनन आदि ने अपने विचार रखे।

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