विश्लेषण -यदि रूस प्रमाणु हमला करता है तो दुनियाभर में इसका अंजाम क्या होगा- देखें खास रिपोर्ट

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यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से अब परमाणु युद्ध छिड़ने का खतरा बना हुआ है। अगर परमाणु युद्ध हुआ तो चंद मिनटों में हजारों-लाखों लोगों की मौत हो जाएगी। उसके बाद भी सालों तक लोग मरते रहेंगे। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण जापान है जब 1945 में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु हमला किया था।
रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका समेत पश्चिमी देश यूक्रेन की मदद कर रहे हैं। वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है कि अगर किसी भी बाहरी ने बीच में दखल देने की कोशिश की तो अंजाम बुरा होगा। इस धमकी को सभी परमाणु युद्ध की ओर इशारा समझ रहे हैं। ऐसे में यदि रूस परमाणु बम का उपयोग कर दें तो क्या होगा?


रूस के पास पूरी दुनिया को तबाह करने की ताकत
पिछले कई दशकों से ऐसा नहीं हुआ है, जब किसी देश ने खुले तौर पर परमाणु हमले की धमकी दी हो। पुतिन की धमकी के बाद अगर रूस परमाणु युद्ध छेड़ देता है तो पूरा यूरोप तबाह हो सकता है। सिर्फ यूरोप ही नहीं रूस पूरी दुनिया को तबाह करने की ताकत रखता है क्योंकि रूस के पास फादर ऑफ बम है। फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के पास कुल 4,477 परमाणु बमों में 2,565 स्ट्रेंटजिक और 1,912 नॉन स्ट्रेाजिक हैं। दिसंबर 2021 में रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने बताया था कि उसके परमाणु जखीरे में आधुनिक हथियारों और उपकरणों की तादाद 89.1 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इससे पहले साल 2020 में यह 86 प्रतिशत था।


100 किमी तक का इलाका खाक
स्विट्जरलैंड की एक संस्था है इंटरनेशनल कैंपेन टू अबॉलिश न्यूक्लियर वेपन को मुताबिक एक परमाणु बम झटके में पूरा शहर तबाह कर देगा और लाखों लोगों की जान चली जाएगी। वहीं, अगर 10 या सैकड़ों बम गिर गए तो लाखों-करोड़ों मौतें होंगी। इसे इस बात से समझा जा सकता है कि यदि 30 किलोटन का परमाणु बम गिराया गया तो 4 किमी का इलाका पूरी तरह तबाह हो जाएगा। वहीं 1000 किलोटन तक के बम गिराए जाते हैं, तो इसका असर भी 100 किमी तक होगा। ये तबाही सर्कुलर फॉर्म में होती है। ये हमला हिरोशिमा और नागासाकी से भी अधिक नुकसान पहुंचा सकता है। हिरोशिमा पर गिराया गया परमाणु बम 15 किलोटन का था और नागासाकी पर गिराया गया बम 20 किलोटन का था। जिसने पूरे शहर को तबाह कर दिया।
सिर्फ यही नहीं अगर रूस परमाणु बम का उपयोग करता है तो धरती का पूरा क्लाइमेट सिस्टम ही बिगड़ जाएगा। पहले ही दुनिया ग्लोबल वार्मिंग से जूझ रही है वहीं अगर परमाणु युद्ध हुआ तो धरती का तापमान तेजी से कम होने लगेगा। क्योंकि परमाणु हमलों से इतना धुआं निकलेगा जो धरती की सतह पर जम जाएगा और अनुमान है कि ऐसा होने पर कम से कम 10% जगहों पर सूरज की रोशनी नहीं पहुंचेगी।

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