कल से शूरू होगा धार्मिक आस्था का प्रतीक बाबा सिद्धबलि महोत्सव

(मनोज नौडियाल, कोटद्वार)

कोटद्वार। श्री सिद्धबलि मंदिर समिति के तत्वावधान में आयोजित होने वाले बाबा सिद्धबलि महोत्सव शुक्रवार चार दिसम्बर से आगामी छह दिसम्बर तक आयोजित किया जायेगा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार मेले में किसी भी प्रकार की झांकी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं होगा।

उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने समिति के सदस्यों को कोरोना संक्रमण को देखते हुए भारत सरकार के द्वारा जारी दिशा निर्देशों के पालन करने की बात करते हुए कहा कि सिद्धबलि महोत्सव के दौरान मंदिर समिति के द्वारा दो लोगों के न्यूनतम छह फीट की दूरी बनाये रखने के लिए स्वंय सेवकों की तैनाती की जायेगी। मंदिर के प्रवेश द्वार पर सैनेटाइजिंग और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था अनिवार्य रूप से करनी होगी। बगैर मास्क के किसी भी व्यक्ति को आयोजन स्थल पर आने की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालुओं के आने एवं जाने के अलग-अलग गेट होगें। मंदिर परिसर में प्रवेश करने वाले लोगों के हाथ पैर धोने की व्यवस्था अनिवार्य तौर पर होगी। प्रतिमाओं एवं घंटियों को किसी भी व्यक्ति के द्वारा स्पर्श नहीं किया जायेगा। धार्मिक परिसर के भीतर प्रसाद वितरण की व्यवस्था प्रतिबंधित रहेगी। धार्मिक स्थल परिसर में नियमित सैनेटाइजेशन करवाया जायेगा। कोरोना संक्रमण होने की दशा में भीड से अलग करने के लिए एक अलग से कमरे की व्यवस्था करनी होगी। इसके अलावा कानून व्यवस्था, पेयजल सहित अन्य व्यवस्थाओं को चाकचौबंद रखने के लिए सम्बधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
तीन दिवसीय महोत्सव में होने वाले कार्यक्रम
कोटद्वार। मंदिर समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज शुक्रवार पहले दिन सुबह 5 बजे पिण्डी महाभिषेक, 7 बजे मंदिर परिक्रमा एवं ध्वज पूजा, 10 बजे एकादश कुण्डीय यज्ञ व 4 बजे श्री सिद्धबली डोली को नगर परिक्रमा कराई जायेगी। जिसका समापन जिसका समापन गोविंद नगर के गुरुद्वारे में होगा। इस दौरान कोरोना संक्रमण से बचने के लिए हर सम्भव सुरक्षा अपानाई जायेगी। शनिवार यानि 5 दिसम्बर को प्रात: पिंडी महाभिषेक, एकादश कुंडीय यज्ञ व सुंदर काण्ड का पाठ होगा तथा अंतिम दिन 6 दिसम्बर को प्रात: पिंडी महाभिषेक, एकादश कुंडीय यज्ञ, श्री सिद्धबली बाबा का जागर व सवामन रोट प्रसाद वितरण किया जाएगा।