बेटियों की प्रतिभा न हो डंप, घर को बदल दिया स्कूल में

 बेटियों की प्रतिभा  न हो डंप, घर को बदल दिया स्कूल में

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– घर में बच्चों के बीच कराई डांस, भाषण प्रतियोगिताएं

(कुलदीप सिंह बिष्ट,पौड़ी)



पौड़ी: काेरोना संक्रमण के चलते पिछले मार्च माह से स्कूल बंद हैं। लेकिन एक मां की सकारात्मक सोच ने बच्चों को स्कूल बंद होने का अहसास ही नहीं होने दिया। घर पर ही समय समय पर बच्चों के लिए डांस, फैंशी ड्रेस व भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की। इतना ही नहीं प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने पर बच्चों को पुरस्कृत भी किया।

पिछले मार्च माह से स्कूल बंद हैं। जिससे स्कूलों में होने वाली शिक्षणेत्तर गतिविधियां संचालित नहीं हो पा रही हैं। इससे बच्चों को प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिल रहा है। बच्चों की प्रतिभा डंप न हो इसके लिए एक मां ने अपने घर में ही स्कूल जैसा माहौल देकर अपनी बेटियों के लिए समय सयम पर शिक्षणेत्तर गतिविधियां संचालित कर रही है। पीडब्ल्यूडी श्रीनगर कालोनी निवासी बबीता असवाल ने कोरोना संक्रमण काल के दौरान स्कूल बंद रहने पर घर को ही स्कूल में बदल दिया। उन्होंने अपनी दो बेटियों को स्कूल बंद होने का अहसास नहीं होने दिया। घर पर बच्चों की पढाई का ध्यान तो सभी अभिभावकों ने रखा, लेकिन बबीता ने पढाई के साथ ही स्कूल में होने वाले अन्य क्रिया कलापों को भी घर पर आयोजित किया। बबीता बताती हैं कि उन्होंने अपनी दोनों बेटियों के बीच घर पर ही डांस,फैंसी ड्रेस शो के साथ ही विभिन्न विषयों पर भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की। जिसमें उनकी बेटियों ने बड़ी गंभीरता से प्रतिभाग किया। साथ ही बच्चों को अपनी प्रतिभा को दिखाने का मौका भी मिला। बबीता ने घर पर आयोजित प्रतियोगिताओं को सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया। जिसे देख कर अब अन्य अभिभावक इस पहल को अपना रहे हैं।

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