लॉकडाउन में बजीरा के शिक्षक सतीश राणा दिखा रहे अपनी कलाकारी का जौहर

(रैबार स्पेशल डेस्क)

जखोली। विकासखंड जखोली के एक कलाकार शिक्षक ने कोरोना वायरस महामारी को नियंत्रण में करने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के बीच अपनी कला को निखारते हुए बच्चों के बाल देवता घोघा देवता की डोली बनाकर अपनी बहुआयामी व्यक्तित्व से समाज को जागरूक करने में लगे हैं। जखोली ब्लाक के नागेन्द्र इण्टर कालेज बजीरा के शिक्षक सतीश राणा ने बाल आस्था का केंद्र रहे घोघा देवता की डोली बनाकर बच्चों में आस्था को जगाने का कार्य कर रहे हैं। विदित हो कि पूर्व में भी सतीश राणा अपने पेंटिंग व कलाकारी का प्रदर्शन करते हुए भगवान विष्णु के विराट रूप वाली तीन मूर्ति बना चुके हैं। इसके अतिरिक्त वे विद्यालय की दीवारों सहित प्रसिद्ध मंदिरों की दीवारों पर अपने पेंटिंग का जज्बा निखार चुके हैं। उन्होंने अपने ब्रश का जादू चलाते हुए उस पर भगवान भगवान विष्णु,श्रीकृष्ण,राधा आदि की भव्य मूर्तियां भी बना चुके हैं। यही नहीं शिक्षक सतीश राणा अपने कला व संगीत के द्वारा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में रामायण व महाभारतकालीन विधा रामलीला,चक्र व्यूह व कमल व्यूह का शानदार मंचन भी करते हुए पौराणिक व धार्मिक संस्कृति के साथ साथ लोक कला का भी संरक्षण करते आ रहे हैं। वे बड़े पत्थरों पर भी आसानी से चित्र उकेर देते हैं। उन्होंने बताया कि मैंने लॉकडाउन के दौरान अपने भीतर के कलाकार को एक बार फिर महसूस किया और एक नया कौशल हासिल किया। मैं हमेशा कला की उस विधा से जुड़ना चाहता था,जो प्रकृति के नजदीक हो और उसके बारे में उन लोगों को जागरूक करे जो कला दीर्घाओं में नहीं जाते हैं। लॉकडाउन के दौरान वह अपने पैतृक गांव में कई चित्रकारी कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति के पास विशाल फलक है, जिससे खूब सीख और शिक्षा मिलती है। उनकी इस कलाकृति को देखते हुए प्रधानाचार्य शिवसिंह रावत बताते हैं कि शिक्षक सतीश राणा एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी शिक्षक हैं। जिन्हें कला के साथ साथ साहित्य,संगीत,कंप्यूटर,गणित व अन्य महारत हासिल है। उन्होंने शिक्षक के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

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