हम देहरादून में रहकर गढ़वाली बोलने में शर्माते हैं और मंगेश घिल्डियालP MOकार्यालय में तैनाती के बाद गढ़वाली में भाषण देकर भाषा का मान बढ़ा रहे हैं -देखिए मंगेश घिल्डियाल की बोली भाषा और गांव आबाद के लिए विशेष अपील

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 हमारी बोली भाषा और गांव हमारी पहचान-मंगेश घिल्डियाल-देखें 

(नीलम कैन्तुरा, रैबार पहाड़ का)


उत्तराखंड के पीएम कार्यालय में चर्चित आईएएस ऑफिसर मंगलेश घंडियाल हमेशा अपने अनूठे कार्यों के लिए चर्चा में बने रहते हैं उन्होंने जिला रुद्रप्रयाग में जिलाधिकारी रहते हुए कई आयाम हासिल किए हैं।


 इसके अलावा उन्होंने हमेशा अपनी माटी थाती और बोली भाषा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया और दूर दूर गांव में जाकर उन्होंने गांव के लोगों से अपनी बोली भाषा में बात की जिससे उन्होंने हर किसी के दिल में अपनी जगह बनाई है

  केदारनाथ पुर्ननिर्माण में वह पीएम मोदी की नजर में आए और इसका सफल परिणाम रहा है कि उनकी तैनाती  वर्तमान में दिल्ली पीएमो कार्यालय में हुई जहां पर वह पीएम मोदी के केदारनाथ और बद्रीनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट सहित तमाम कार्यों को देख रहे हैं । बीते दिनों एक निजी कार्यक्रम में मंगेश घिल्डियाल ने शिरकत की मंगेश घिल्डियाल को अपने बीच पाकर लोग बेहद खुश थे तो वहीं उन्होंने प्रवासी उत्तराखंडियों से अपील की वह अपने बच्चों को अपनी बोली भाषा जरूर सिखाएं और साल में एक बार अपना गांव जरूर बताएं जिससे वह जान सके मेरा गांव कहां है और मेरे गांव का इतिहास संस्कृति कितनी गौरवशाली है। साथ ही मंगलेश घंडियाल ने कहा कि हमारी बोली भाषा ही हमारी पहचान है। उन्होंने अपने भाषण में कहा की कोरोनाकाल में लोगों को आखिरी अपने गांव ही आना पड़ा और कहा और आज इनमें से कई लोग अपना स्वरोजगार कर रहे हैं। और हम सभ का लक्ष्य है कि हमारे गांव आबाद हो सके इसके लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा। उनके भाषण का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल और लोकप्रिय हो रहा है।



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