श्री केदारनाथ धाम यात्रा के प्रमुख पड़ाव गौरीकुंड में स्थित मां गौरीमाई के कपाट शीत काल के लिए बंद कर दिए गए हैं। अब छह महीने मां गौरीमाई की पूजा अर्चना गौरी गांव स्थित मां चंडिका मन्दिर में होगी। आज प्रातः गौरीमाई मन्दिर गौरीकुंड में विधि विधान के साथ पुजारी एवं आचार्य गणों की उपस्थिति में विशेष पूजा अर्चना कर कपाट बंद करने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई। ठीक 8: 30 बजे माता की मूर्ति को थाल कंडी में रख कर बाहर लाया गया जिसे ग्रामवासियों द्वारा गौरी गांव स्थित मां चंडिका मन्दिर ले जाया गया। माता की मूर्ति बाहर आते ही मन्दिर के कपाट शीत काल के लिए बंद कर दिए गए। इस अवसर पर मठाधिपति सम्पूर्णा नंद गोस्वामी, कुल पुरोहित विमल जमलोकी , अनूप गोस्वामी , मन्दिर समिति के कर्मचारी एवं भक्त सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।







