पौडी से मुकेश सारंग की रिपोर्ट

पौड़ी कोटद्वार मार्ग पर स्थित प्रसिद्ध सिद्धपीठ ज्वाल्पा धाम में संस्कृत विद्यालय का स्वर्ण जयन्ती एवं संस्कृत महाविद्यालय का रजत जयन्ती कार्यक्रम बहुत धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि निदेशक केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पी॰वी॰बी॰ सुब्रमण्यम, संस्कृत शिक्षा सचिव डा॰वाजश्रवा आर्य, डा पद्माकर मिश्र, सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेन्द्र अणथ्वाल के द्वारा संयुक्त रूप दीप प्रज्वलित कर किया गया।

समिति के मुख्य सचिव रमेश चन्द्र थपलियाल द्वारा समस्त अतिथियों को पुष्प गुच्छ के साथ शाल भेंट कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का प्रारम्भ संस्कृत विद्यालय एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा सरस्वती स्तुति से की गयी साथ ही अनेक रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी।
इस कार्यक्रम में प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष शिवदयाल बौंठियाल ने वर्तमान में विद्यालय प्रगति से अवगत कराया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिनेश लाल द्वारा विद्यालय की शैक्षिक प्रगति और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया साथ ही महाविद्यालय की प्राचार्या डा ममता मेहरा द्वारा पौराणिक वेदभाषा संस्कृत के महत्व को आमजन तक सहजता से आत्मसात करने के विषय पर जानकारी दी गयी।
सहायक निदेशक पद्माकर मिश्र द्वारा महाविद्यालय में एनएसएस के साथ स्काउटिंग, एनसीसी की स्थापना का आश्वासन दिया गया।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त कर्नल शांति प्रसाद थपलियाल द्वारा विद्यालय हित में किये गये कार्यो को सार्वजनिक किया गया। एवं सतीश चन्द्र अणथ्वाल द्वारा श्री ज्वाल्पा देवी मंदिर के जीर्णोद्धार हेतु सामूहिक सहयोग की अपील की गयी।
इस अवसर पर पीएल खन्तवाल, सुधा मालकोटी, उमेश चन्द्र नौडियाल, राजेन्द्र प्रसाद, भाष्करानंद मंमगाई, प्रदीप थपलियाल, रतनमणी भट्ट, नरेंद्र सिंह कनपुडिया, बृजमोहन नेगी सहित क्षेत्र के गणमान्य एवं समाज सेवी उपस्थित रहे।