देहरादून- भारत सरकार द्वारा मैती आंदोलन के प्रणेता कल्याण सिंह रावत को पद्मश्री सम्मान दिए जाने पर देहरादून की अनेक संस्थाओं और पर्यावरण प्रेमियों द्वारा नागरिक अभिनंदन किया गया। राजपुर रोड स्थित राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में अनेक संस्थाओं ने मैती आंदोलन के प्रणेता पद्मश्री कल्याण सिंह रावत का माल्यार्पण किया और शॉल भेंट कर अभिनंदन किया।
इस अवसर पर मैती आंदोलन के जनक पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने कहा कि पूरा विश्व आज इस बात को लेकर चिंतित है कि किस प्रकार धरती को बचाया जाए। भारत का जनमानस स्वभाव से प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण के लिए कटिबद्ध रहा है। आज पर्यावरण एक संकट के दौर से गुजर रहा है। ग्लोबल वार्मिंग के दुष्परिणाम हमारे जीवन को प्रभावित करने लगे हैं। हमें अभी से जागरूक होने और सहभागिता के साथ अपने पर्यावरण को बचाने के लिए संकल्प लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समाज में पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों में जागरूकता तो बड़ी है, लेकिन उसको व्यवहार में उतारने के लिए मैती आंदोलन को हर घर तक पहुंचाने की जरूरत है। इस अवसर पर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हुकुम सिंह उनियाल ने कहा की हम आने वाली पीढ़ी को एक शुद्ध वातावरण दें इस तरह का संकल्प लिए जाने और उसे व्यवहार में उतारने की जरूरत है ।
कार्यक्रम के दौरान देहरादून की अनेक संस्थाओं ने मैती को सामुहिक रूप से एक बड़ी माला पहनाई। नियो विजन फाउंडेशन के अध्यक्ष गजेंद्र रमोला ने कल्याण सिंह रावत को मृदा चित्र भेंट किया। इस अवसर पर अनेक संस्थाओं ने पद्मश्री कल्याण सिंह रावत का नागरिक अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन सृष्टी बिष्ट ने किया कार्यक्रम में मनोज ध्यानी, स्वामी चंद्रा, रंजीत सिंह कैन्तुरा, शूरवीर रावत, ओम वीर सिंह, हरीश जौहर, डॉ एस. के. खन्ना, अनिकेत, पीयूष, आयुष, मीना, संगीता, चंदन सिंह नेगी, बलवंत सिंह नेगी, अनिल मित्तल आदि मौजूद थे।

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