काशीपुर फायरिंग मामले में फरार चल रहा एक लाख का इनामी खनन माफिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुरादाबाद पुलिस ने मुठभेड़ में जफर को पकड़ा है। बता दें कि मुखबिर की सूचना पर जफर को पुलिस ने पाकबड़ा-अगवानपुर बाइपास पर घेराबंदी करके मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में जफर के पैर में गोली लगी, जबकि एक सिपाही के हाथ में गोली लगी है। दोनों घायलों को जिला अस्प ताल में भर्ती कराया गया।
बता दें कि मुरादाबाद खनन इंस्पेक्टर और एसडीएम के साथ 13 सितंबर को बदसलूकी की घटना हुई थी। इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी नाराजगी जताई थी। इसके बाद मुरादाबाद पुलिस ने खनन माफिया जफर और कई लोगों के साथ मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमे में नामजद खनन माफिया जफर तभी से फरार चल रहा था। 12 अक्टूबर की शाम को जफर की लोकेशन ठाकुरद्वारा तहसील में मिली तो स्थानीय पुलिस और एसओजी की टीम जफर को पकड़ने ठाकुरद्वारा पहुंच गई। खनन माफिया जफर वहां से उत्तराखंड की ओर निकल गया था। इसके बाद उसने काशीपुर ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह के घर में शरण ले ली थी। इस दौरान उत्तराखंड के काशीपुर में जफर को गिरफ्तार करने गई मुरादाबाद पुलिस पर हमला किया गया था। इस दौरान गोली लगने से ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह की पत्नी गुरप्रीत सिंह की मौत हो गई थी और कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।
उधर, उत्तराखंड के फोरेंसिक डायरेक्टर ने कहा था कि यूपी पुलिस के SHO की गोली से गुरप्रीत सिंह की मौत हुई। वहीं, मुरादाबाद पुलिस का कहना है कि हमारे हथियार छुड़ा लिए गए थे। काशीपुर पुलिस को उसी घर से हमारे हथियार मिले हैं। ऐसे में हमारी गोली से महिला की मौत कैसे हो सकती है।

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