बडी खबर-कांग्रेस में मचा घमासान-रूठे विधायकों को मनाने में जुटा हाईकमान।

देहरादून-उत्तराखण्ड में कांग्रेस में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है और यह बवाल कम होने के बजाय शहर में बढ़ती र्मी की तरह बढ़ता जा रहा है..और नेता प्रतिपक्ष अध्यक्ष की घोषणा के बाद कांग्रेस में ऐसा लग रहा मानों कोई तुफान आगया हो जिससे कांग्रेस बिखरने लगी और हालात यह हो गए की दस विधायक खुली बगावत पर उतर आए अब कांग्रेस हाइकमान को यह समझ में नही आ रहा कि कैसे किसको मनाया जाए यदि टिकटों की तरह फिर अदला बदली करते तो यह एक राष्ट्रीय फजीहत हो जायेगी.।.इस लिए कांग्रेस हाइकमान को अपना ही लिया गया निर्णय गरम दुध बन गया जिसे न थूक सकते और ना घूट सकते हैं..वही खबर यह है कि कांग्रेस से बेहद खफा 10 विधायक कभी भी मीटिंग करके कोई भी बड़ा फैसला ले सकते हैं और अगली रणनीति तय कर सकते हैं।
इसी का डर अब कांग्रेस हाइकमान को सता रहा है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी यशपाल आर्य को दी है और यशपाल आर्य ने इस गंभीर विषय को लेकर कहा है कि कभी भी कोई व्यक्ति बड़ा नहीं हो सकता पार्टी बड़ी है दल हमेशा बड़ा होता है और व्यक्ति सेकेंडरी हो जाता है। हमारी पहचान पार्टी से होती है और पार्टी के जो हमारे सिद्धांत हैं जो हमारे मूल है जो हमारी विचारधारा है उसे हम को आत्मसात करना चाहिए।
दूसरी तरफ कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी यशपाल आर्य को दी है और यशपाल आर्य ने इस गंभीर विषय को लेकर कहा है कि आगे उन्होंने इसी विषय पर बात करते हुए कहा कि मेरा उनसे विनम्र निवेदन है मैं एक कार्यकर्ता के रूप में उन से निवेदन करना चाहता हूं जितने भी विधायक हैं वह मेरे अपने हैं ओ मेरा परिवार है मेरे परिवार का हिस्सा है मैं उन्हें अपना परिवार मानता हूं और हमारा प्रयास इस वक्त यही होना चाहिए कि हमें अपनी बात को एक उचित मंच पर रखना है। जब आप मीडिया सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचो पर अपनी इस बात को रखते हैं तो वह दुख की बात है और इससे पार्टी कमजोर होती है।
मैंने कहा कि मैं लगातार सभी विधायकों के संपर्क में हूं और मेरी कई विधायकों से लगातार बात भी हो रही है। तो कई विधायकों से मैंने सीधे बात की है मेरी मुलाकात भी उनसे हुई है।
कल कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक हरीश धामी ने कहा था कि पार्टी को प्रदेश में प्रदेश प्रभारी और केंद्रीय नेतृत्व नुकसान पहुंचा रहे हैं जिसको लेकर यशपाल आर्य ने कहा कि जब पार्टी का सम्मान नहीं है तो हमारी हैसियत क्या है हमारा वजूद क्या है हमारी हैसियत हमारी पार्टी से ही है। आज मैं नेता प्रतिपक्ष हूं तो मेरा वजूद बना है मेरा एक मजबूत आधार बना है और यह फैसला केंद्रीय नेतृत्व ने लिया है मैं आज जो भी हूं वह राहुल गांधी प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी जी के आशीर्वाद से ही हूं। वरना मेरी हैसियत क्या होती हम अपनी हैसियत पार्टी से ही बनाते हैं। लेकिन यशपाल आर्य भले कुछ भी कहें लेकिन कांग्रेस पार्टी को खतम करने में कौन लोग जुटे हैं..जो बची कुची कांग्रेस को खतम करने का लक्ष्य बना रहे हैं और कांग्रेस के हाइकमान को गुमराह कर रहे हैं..कहीं यह बात सच्ची साबित ना हो जाए जिस तरह से लोहे को कोई और नहीं उसका जंक बर्बाद करता है उसी तरह कांग्रेस को कोई और नहीं उसके कुछ लोग बर्बाद कर रहे हैं।