जाते-जाते लोकगायक स्व. प्रहलाद मेहरा उत्तराखण्ड वासियों दे गए गीत ‘पारवती को मेतूड़ा देसा’

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जाते-जाते लोकगायक स्व. प्रहलाद मेहरा हम सब उत्तराखण्ड वासियों के लिए यह गीत दे गए। स्व. शेरदा अनपढ़ द्वारा लिखे गए इस गीत में लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी व लोकगायक प्रहलाद मेहरा ने अपने स्वर दिये हैं। शायद यह उत्तराखण्डी संगीत जगत में पहली बार हुआ होगा जब गढ़वाल व कुमाऊँ के दो बड़े लोकगायक किसी गीत में एक साथ स्वर दे रहे हों।

चांदनी एन्टरप्राइजेज के निर्माता नवीन टोलिया ने इस प्रकार की जुगलबंदी के लिए 2-3 साल योजना बनाई थी। जिसे लेकर दोनों लोकगायकों से बातचीत हुई और फिर शेरदा अनपढ़ द्वारा लिखे गये इस गीत को चुना गया। इस जुगलबंदी गीत को लेकर लोकगायक प्रहलाद मेहरा बहुत उत्साहित थे। फिर प्रहलाद मेहरा ने इस गीत को धुन में ढाला और रणजीत सिंह ने इस गीत का संगीत संयोजन कर तैयार किया गया।

वीडियो में बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता हेमन्त पाण्डेय व उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध अभिनेता पन्नू गुसांई ने अभिनय किया है तथा वीडियो गीत का फिल्मांकन व निर्देशन गोविन्द नेगी ने किया है।


            

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